बनावट पर शायरी,artificial - Zindgi ek kavita

बनावट पर शायरी,artificial


बनावट/banawat
जिंदगी एक कविता 

जिंदगी एक कविता

बनावट है असलियत में छलावा बहुत है,
तेरी खूबसूरती के पीछे का दिखावा बहुत है।
मिलते है कई रूप रंग के लोग यहां वहां पर,
एक बस तुम ही नहीं हो,तुम्हारे अलावा बहुत है।
@साहित्य गौरव
Zindgi ek kavita

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